राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समते पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है. तमाम दलों ने जनता को रिझाने के लिए प्रचार के दौरान पूरी ताकत झौंक दी. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर चुनाव प्रचार किया. उन्होंने एक के बाद एक रैली कर वोटर्स को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. अब तीन दिसंबर का इंतजार है, जब सभी पांच राज्यों के चुनाव के नतीजे सामने आएंगे.
राजनीतिक जानकार अब ये लेखाजोखा जुटाने में लगे हैं कि किस नेता ने खासकर, दिग्गज नेताओं ने इन राज्यों के चुनाव प्रचार में कितना समय दिया.इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र स्वाभाविक है. जब चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया तो पीएम मोदी ने सबसे पहली सभा छत्तीसगढ़ में की. छत्तीसगढ़ में पीएम ने कांकेर में रैली कर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस पर हमला दुर्ग, विश्रामपुर, मुंगेली और महासुमंद की जनसभाओं में भी जारी रहा. सभी चुनावी राज्यों में प्रधानमंत्री ने कुल 40 रैलियां की.
राजस्थान में 12 रैलियां
राजस्थान जहां अशोक गहलोत की सरकार एंटी-इंकंबेंसी का सामना कर रही है, वहां प्रधानमंत्री ने कुल 12 चुनावी सभाएं की. साथ ही जयपुर और बीकानेर में दो रोड शो भी किया. राजस्थान में पीएम मोदी ने अशोक गहलोत पर भ्रष्टाचार से लेकर कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा उठाया. प्रचार के आखिरी दौर में उन्होंने सचिन पायलट और उनके पिता के साथ कांग्रेस के व्यवहार का भी जिक्र किया और पार्टी पर निशाना साधा.
मध्य प्रदेश में 14 चुनावी जनसभाएं
मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री ने कुल 14 जनसभाएं की. यहां प्रधानमंत्री के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी, उस सत्ता विरोधी लहर से निपटने की जिससे एक लंबे शासन की वजह से शिवराज सिंह की सरकार जूझ रही है. प्रधानमंत्री ने 230 सीटों वाले मध्यप्रदेश में रतलाम, सिवनी, खंडवा, सीधी, दमोह, गुना, मुरैना, सतना, छतरपुर, नीमच, बड़वानी, बेतुल, शाजापुर और झाबुआ में चुनावी सभाओं को संबोधित किया.
तेलंगाना में 8 रैली, मिजोरम में एक भी नहीं
तेलंगाना में प्रधानमंत्री ने कुल 8 चुनावी सभाएं की और हैदराबाद में एक रोड शो किया. यहां पीएम लगातार केसीआर पर हमलावर रहे और कहा कि उनकी पार्टी बीआरएस बीजेपी के साथ गठबंधन करना चाहती थी, लेकिन जब बीजेपी ने मना कर दिया तो केसीआर बीजेपी पर बिगड़ गए. बहरहाल ये तो बात हुई 4 राज्यों की. मिजोरम का इस सूची में जिक्र इस लिए नहीं हो रहा, क्योंकि प्रधानमंत्री ने यहां एक भी रैली नहीं की.